August 31, 2020

यहाँ जन्में थे शेक्सपियर

आइये आज आपको सैर कराते हैं उस स्थान की जहां महान इंगलिश नाटककार विलियम शेक्सपियर जन्मे थे। मुझे 14 साल पूर्व में इंग्लैंड के इस स्थान पर जाने का अवसर मिला था। इस स्थान का का नाम है स्ट्रैटफोर्ड अपॉन एवीओन (Stratford upon Avion) और यह लंदन की उत्तर दिशा में कोई सौ मील की दूरी पर स्थित है। यहाँ लंदन से रेल द्वारा पहुंचा जा सकता है। पहुँचने में दो सवा दो घंटे का समय लगता है। रेल का सफर योरोप में बहुत आनन्द्दायक होता है, क्योंकि ट्रेन के अंदर न कोई शोर होता है और ना ही झटके लगते हैं। बाहर इंग्लैंड के देहातों का दृश्य बहुत सुंदर दिखता है।

जन्मस्थली की इमारत का मुख्य द्वार 

     स्ट्रैटफोर्ड अपॉन एवीओन एक छोटा बहुत साफ सुथरा देहाती शहर है और यह स्थान शेक्सपियर की जन्म स्थली के कारण ही जाना जाता है। स्ट्रैटफोर्ड अपॉन एवीओन की अपनी आबादी कोई 45000 है। पर सैकड़ों लोग प्रतिदिन यहाँ इस जन्मस्थली को देखने आते हैं। अगर आप लंदन से कार में आ रहे हों, तो रास्ते में ऑक्सफोर्ड भी आता है और आप वहाँ विश्व प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड विश्व विद्यालय का भी चक्कर लगा सकते हैं। ऑक्सफोर्ड क्योंकि पुराना शहर है, और वहाँ बहुत बहुत खुली सड़कें नहीं हैं, इसलिए बाहर से आने वालों को अपनी कारें शहर के बाहर बने पार्किंग स्थल में खड़ी करनी पड़ती हैं और वहाँ से आगे जाने लिए बसों की व्यवस्था है।

स्ट्रैटफोर्ड अपॉन एवीओन शहर की वह सड़क जहां पर जन्म स्थली स्थित है। 



जन्मस्थली के संग्रहालय का एक कक्ष 

     स्ट्रैटफोर्ड अपॉन एवीओन में शेक्सपियर से संबंधित 4-5 स्थल हैं जिनमें एक थियेटर भी है जहां हर रोज उनके नाटकों का मंचन होता रहता है। टूरिस्ट पूरे दिन का कार्यक्रम बना कर भी आ सकते हैं। पर मुख्य स्थल वह घर ही है जहां 23 अप्रैल 1564 को उनका जन्म हुआ था और जहां उन्होंने अपने जीवन के आरंभिक वर्ष बिताए थे। शेक्सपियर के पिता इस कस्बे के काफी समृद्ध कारोबारी थे।


    घर काफी बड़ा है और ठेठ ब्रिटिश स्टाइल
, जैसी शिमले की कई पुरानी कोठियाँ हैं, में निर्मित है। इसके साथ काफी जमीन है जिसमे सुंदर बागीचा लगा है। इस सारी प्रॉपर्टी की देखभाल एक संस्था करती है। अंदर जाने के लिए टिकट लेना पड़ता है। जब मैं वहाँ गया था तक टिकट पाँच पाउंड का मिलता था अब इसका रेट 13 पाउंड हो गया है।

  


जन्मस्थली के बागीचे में लगी रवीन्द्र नाथ टैगोर की अर्ध प्रतिमा 

     मैं इस स्थान पर अब इंग्लैंड में बस गए कॉलेज के सहपाठी मित्र के साथ गया था। उस दिन वहाँ काफी लोग आए हुए थे जिनमें एक जत्था ब भारतीय पर्यटकों का भी था। बिल्डिंग दो मंज़िली है और उसमें बहुत कमरे हैं जिनमे शेक्सपियर संबंधी वस्तुएँ रखी हुई हैं। बाहर बागीचे में एक रवीन्द्र नाथ टैगोर की एक अर्धप्रतिमा भी रखी है। 

ऑक्सफोर्ड विश्व विद्यालय के एक कॉलेज के बाहर मैं और मेरा मित्र बलराज 

     यह स्थान साहित्य प्रेमियों का मक्का है और इसलिए यहाँ काफी लोग आते हैं। आप में से भी यदि किसी का इंग्लैंड जाना हो तो यहाँ अवश्य जाएँ और यदि कार  से जा रहे हों रसस्ते में ऑक्सफोर्ड का चक्कर भी लगा लें।

ऑक्सफोर्ड शहर का एक व्यस्त बाज़ार 

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